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सामान्य हिंदी के महत्वपूर्ण नोट्स !! Most Important General Hindi Notes For All Competitive Exams
General Hindi Notes PDF Download- हिंदी विषय के सभी नोट्स एक ही जगह पर दे रहे हैं। यह सभी notes & books पूरी तरह से फ्री हैं। यदि आप किसी भी परीक्षा के लिए General hindi pdf notes ढूंढ रहे हैं तो आपको इस पोस्ट में सभी प्रकार के हिंदी notes दिए जाएंगे। ctet notes pdf, UPTET Notes pdf, MP SI Hindi notes pdf, REET Notes pdf, Super TET Notes Pdf, MPTET Notes pdf, HTET Notes pdf, BPSC Hindi notes pdf, CGPSC Notes Pdf डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप को फॉलो करें।
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आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की बात करें तो हिंदी विषय लगभग सभी जगह पूछा जाता है हिंदी विषय scoring subject होता है अर्थात यदि आपको किसी भी परीक्षा में ज्यादा से ज्यादा अंक लाने है तो हिंदी में अच्छी पकड़ बनानी पड़ेगी। ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस कर के आप हिंदी विषय में अच्छी कमांड बना सकते हैं। आज हम आपके साथ कुछ महत्वपूर्ण Hindi Grammar Notes Pdf साझा करेंगे, जिसे आप बहुत ही आसानी से डाउनलोड करके पढ़ सकते हैं।
1st PDF Details
PDF Name – Most Important General Hindi Notes
Pages – 88
PDF Size – 7 MB
Language – Hindi
Publication – Unknown
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2nd PDF Details
PDF Name – Lucent Samanya Hindi
Pages – 180
PDF Size – 21 MB
Language – Hindi
Publication – Lucent
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पिछ्ले Exams में पूंछे गये सामान्य हिंदी से संबंधित अनेक शब्दों के एक शब्द
जो सबके अन्तःकारण की बात जानने वाला हो – अन्तर्यामी (MPPCS, RAS, UPPCS, IAS)
जो पहले कभी न हुआ हो – अभूतपूर्व (IAS, RAS)
जो शोक करने योग्य न हो – अशोक (UPPCS)
जो खाने योग्य ने हो – अखाद्य (UPPCS)
जो क्षीण न हो सके – अक्षय (RO)
जिसकी गहराई या थाह का पता न लग सके – अथाह, अगाध (RAS, UPPCS)
जो चिन्ता के योग्य न हो – अचिन्त्य, अचिन्तनीय (RAS)
जो इन्द्रियों द्वारा न जाना जा सके – अगोचर, अतीन्द्रीय (IAS)
जो वस्तु किसी दूसरे के पास रखी हो – अमानत (UPPCS)
जो बीत चुका हो – अतीत (IAS)
जो दिखायी न पड़े – अदृश्य, अप्रत्यक्ष (UPPCS, IAS)
जो किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण-दोष की आलोचना करता हो – आलोचक (Upper Sub.)
वह कवि जो तत्काल/तत्क्षण कविता कर डालता हो – आशुकवि (UKPCS, UPPCS)
जो स्वयं का मत मानने वाला हो – आत्मभिमत (UPPCS)
जो ईश्वर को मानता हो – आस्तिक (MPPCS, Low Sub., UPPCS, BPSC, UKPCS)
अतिथि की सेवा करने वाला – आतिथेयी (UKPCS)
भगवान के सहारे अनिश्चित आय – आकाशवृत्ति (UKPCS)
जो परम्परा से सुना हुआ हो – आनुश्राविक (UKPCS)
जो इन्द्रियों को वश में कर ले – इन्द्रिय-निग्रहवान (Upper Sub.)
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